सितारों की आवश्यकता और विशेषता


ज्ञान सूर्य बाप को हर सितारे की आवश्यकता और विशेषता सुनाते हुए इतना हर्षित हो रहे थे कि बात मत पूछो। उस समय का चित्र बुद्धियोग की कैमरा से खींच सकते हो? साकार में जिन्होंने अनुभव किया वह तो अच्छी तरह से जान सकते हैं। चेहरा सामने आ गया ना? क्या दिखाई दे रहा है? इतना हर्षित हो रहे हैं जो नयनों में मोती चमक रहे हैं। आज जैसे जौहरी हर रत्न के महत्व का वर्णन करते हैं, ऐसे चन्द्रमा हर रत्न की महिमा कर रहे थे। आप समझते हो कि आप सबकी महिमा क्या की होगी?

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