जी हाज़िर
सेवा के आधारमूर्त जितने मज़बूत होंगे उतनी सेवा की बिल्डिंग भी मज़बूत होगी। जो बाबा बोले वह करते चलो, फिर बाबा जाने बाबा का काम जाने। जैसे बाबा चलाये वैसे चलो तो उसमें कल्याण भरा हुआ है। बाबा कहे ऐसे चलो, ऐसे रहो - जी हाज़िर, ऐसे क्यों? नहीं। जी हाज़िर। समझा, जी हजूर वा जी हाज़िर। तो सदा उड़ती कला में जाते रहेंगे
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