Remember God with all Relationships

 


God comes to you in different forms 

*With love of different relations 

*With different attainments

*With different set of learnings and teachings


God comes as your father,mother,Friend,Beloved

You can recognize him with the eyes of Pure heart।


प्रभु या खुदा या सखा क्या कहूं मैं,जो भी तुम बिन ना रह न सकूं मैं 

तुम से ही दिल के सभी रिश्ते नाते,चलूँ मैं तुम्हारे ही sang हस्ते गाते।

तेरा ही था बाबा,तेरा ही हो गया हूं,न जाने मैं किस लोक में खो गया हूँ। तेरी याद में मैं मगन हो गया हूँ। 





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